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काशीपुर 7 नवंबर 2021
काशीपुर क्षेत्र में ऋषिकेश एम्स का सेटेलाइट सेंटर खोले जाने की मांग को लेकर काशीपुर डेवलपमेंट फोरम (केडीएफ) के आह्वान पर यहां रोटरी भवन में हुई केडीएफ की बैठक में काशीपुर, रामनगर, बाजपुर व जसपुर की संस्थाओं ने एकमत होकर इस हेतु केडीएफ को भरपूर सहयोग देने की बात कही। सभी का मानना था कि एम्स का सेटेलाइट केंद्र काशीपुर क्षेत्र में ही खोला जाए। अपने संबोधन में केडीएफ अध्यक्ष राजीव घई ने कहा कि उत्तराखंड बनने से पहले काशीपुर एक विकासशील शहर था जो कि आज विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है।
काशीपुर के विकास की कोई भी योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है। उन्होंने कहा कि एम्स काशीपुर में खोलने की मांग केडीएफ द्वारा उठाई गई थी। सांसद अजय भट्ट ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को पत्र भी लिखा था और युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से कुमाऊं में इसका आवंटन भी हो गया, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि काशीपुर एक बार फिर राजनीति का शिकार हुआ और इसी राजनीति के चलते एम्स के किच्छा में खोलने की चर्चा शुरू हुई। घई ने कहा कि काशीपुर में एम्स खोला जाना बेहद जरूरी है, क्योंकि रुद्रपुर व हल्द्वानी में मेडिकल कालेज हैं। बरेली में भी तीन मेडिकल कॉलेज हैं, जबकि काशीपुर के 50 किलोमीटर की रेंज में कोई भी बड़ा हॉस्पिटल नहीं है। किसी तरह की कोई बेहतर मेडिकल फैसिलिटी नहीं है।
एम्स के यहां खुलने से पर्वतीय क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के लोगों को खासा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि चयन कमेटी को एस्कोर्ट फार्म या फिर हेमपुर डिपो के आसपास की जमीन का निरीक्षण कर काशीपुर में एम्स बनाने का निर्णय लेना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो अन्य संगठनों के साथ मिलकर के डीएफ अपनी आवाज पुरजोर तरीके से शासन-प्रशासन तक अवश्य पहुंचाएगा। केडीएफ के अध्यक्ष ने सामाजिक संगठनों के साथ ही मीडिया कर्मियों से भी इस मांग के लिये भरपूर समर्थन की अपील की। अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए इस बात पर आक्रोश जताया कि एम्स का केंद्र खोलने की मांग सबसे पहले काशीपुर से उठी थी लेकिन काशीपुर से सौतेला व्यवहार करते हुए इसे किच्छा में खोला जा रहा है।
पिछले कुछ सालों में काशीपुर की राजनीतिक रूप से उपेक्षा किये जाने का आरोप भी उन्होंने लगाया। वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रहने के दौरान काशीपुर को सबसे विकसित औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा प्राप्त था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
बैठक में काशीपुर में एम्स की स्थापना के लिए प्रदेश से लेकर केंद्र तक संघर्ष करने पर मंथन किया गया। बैठक में केडीएफ अध्यक्ष राजीव घई ,डॉ अरविंद शर्मा ,मीडिया प्रभारी दिलप्रीत सेठी, देवेंद्र कुमार अग्रवाल, स्वतंत्र कुमार मेहरोत्रा, डॉ रवि सिंघल, योगेश कुमार जिंदल, प्रकाश जिंदल, अश्वनी छाबड़ा, सत्यम गर्ग,डी के अग्रवाल डॉ गुप्ता , प्रभात साहनी शैलेंद्र कुमार मिश्रा, पंडित आरसी त्रिपाठी, जतिन कुमार,आदि मौजूद रहे