Share This News!
काशीपुर। अपनी ही सरकार के खिलाफ विधायक हरभजन सिंह चीमा द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर विपक्ष को मौका मिल गया
जिसको लेकर महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल एडवोकेट ने विधायक की महज ड्रामेबाजी बताते हुए कहा कि यदि वाकई श्री चीमा अपनी सरकार से संतुष्ट नहीं है तो उन्हें त्याग-पत्र दे देना चाहिए। प्रेस को जारी अपने बयान में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शनिवार को श्री चीमा ने कहा है कि राज्य सरकार विभिन्न मुद्दों पर न उनकी बात सुनती है और न ही जनता की। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य सरकार को काशीपुर की जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। संदीप सहगल ने कहा कि जो सरकार जन समस्याओं के प्रति बेपरवाह हो, उसके जनप्रतिनिधि को सरकार में बने रहने का कोई हक नहीं बनता। बेहतर होगा कि श्री चीमा त्याग-पत्र देकर सरकार को आईना दिखाएं। अन्यथा बेवजह का ड्रामा कर जनता को बरगलाने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि श्री चीमा पहले भी कई बार ऐसा ड्रामा कर जनता को भ्रमित कर चुके हैं, लेकिन अब जनता उनकी राजनीतिक चालबाजी को समझ चुकी है और उनकी बातों में आने वाली नहीं है। जनता विधायक चीमा से ऊब चुकी है और चाहती है कि वे विधायकी से त्याग-पत्र दे दें। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज विधायक चीमा किसानों की समस्याएं बताकर अपनी सरकार पर सुनवाई न करने का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन क्या वे जनता को यह बताएंगे कि जिन किसानों ने उन्हें वोट देकर अपना विधायक चुना, वे कब और कितनी बार किसानों के पक्ष में खड़े हुए। देश में चल रहे किसान आंदोलन को भी विधायक ने समर्थन नहीं दिया। यहां तक कि काशीपुर में उनका घोर विरोध हुआ। विकास के मुद्दे पर विधायक को घेरते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अपने चार बार के विधायकी कार्यकाल में श्री चीमा ने काशीपुर का बेड़ा गर्क करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि आरओबी निर्माण के चलते जनता पूरी तरह त्रस्त है। सड़कों की हालत अत्यंत दयनीय है और विधायक विकास का राग अलापते रहते हैं। संदीप सहगल ने दोहराया कि काशीपुर का विकास कांग्रेस शासन में हुआ था और सूबे में अगले वर्ष बनने वाली सरकार भी कांग्रेस की होगी और एक बार फिर कांग्रेस ही उत्तराखंड व काशीपुर का विकास करेंगी।