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रूद्रपुर 05 जुलाई 2023
प्रतिरक्षण कार्यक्रम का डाटा एवं जानकारी भी अब ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध रहेगा। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु सम्बन्धित पोर्टल की जानकारी एवं कार्य विधि के सम्बन्ध में मास्टर ट्रेनरों की दो दिवसीय कार्यशाला यूआईआरडीए सभागार में सम्पन्न हुई।
कार्यशाला समापन के अवसर पर जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु निर्धारित पोर्टल पर डाटा अपलोडिंग एवं संचालन, पोर्टल के फीचर्स की सम्पूर्ण जानकारी होना नितान्त आवश्यक है, तभी हम दूसरों को भी पोर्टल के बारे में सही से जानकारी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण का डाटा पोर्टल पर अपडेट होने से प्रतिरक्षण कार्यक्रम और अधिक प्रभावी होगा, जिसका लाभ विशेषकर महिलाओं एंव बच्चों को होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गर्भवती महिला को पंजीकृत करना और टीकाकरण करने और प्रसव के परिणाम को रिकार्ड करने, प्रत्येक नवजात शिशु के जन्म को पंजीकृत करने, जन्म खुराक देने और उसके बाद सभी टीकाकरण कार्यक्रमो के लिए किया जायेगा तथा सम्पूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम डीजिटल होने के बाद लाभार्थियो को तत्काल प्रमाण पत्र प्राप्त होगें और वे उन्हे डाउन लोड कर सकते है। ये प्रमाण पत्र डीजी लॉकर में संग्रहित किये जायेगें। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी को आपसी तालमेल से कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद की जायेगी। उन्होंने 7 अगस्त से आयोजित होने वाले सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 (प्डप् 5ण्0) के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.मनोज शर्मा ने बताया कि प्रतिरक्षण काय्रंक्रम के अन्तर्गत U-WIN सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यू0आई0पी0) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण का एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है, जिसका उछ्देश्य टीके से बचाव योग्य बीमारियों (वी.पी.डी.) के कारण रुग्णता और मृत्यु दर को कम करना है। भारत सरकार ने प्रत्येक राज्य के दो जिलों में पायलट मोड़ में भारत के सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (यू0आई0पी0) को डीजिटल बनाने के लिए U-WIN लॉंच किया है, जिसके क्रम में समस्त राज्यों एवं केन्द्र शासित राज्यों के 65 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रुप में U-WIN का लॉच 11 जनवरी 2023 को स्वास्थ्य सचिव भारत सरकार द्वारा किया गया, जिस हेतु पायलट प्रोजेक्ट के रुप में जनपद हरिद्वार व पिथौड़ागढ़ का चयन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा मनोज कुमार शर्मा द्वारा निर्देशित किया गया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण के उपरान्त सभी प्रतिभागी अपने ब्लॉको में ए0एन0एम0 व आशा को प्रशिक्षित किया जाए।
जनपद ऊधमसिंहनगर में राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार की विशेष्ताओं और उद्देश्य के बार में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/चिकित्सा अधीक्षक/ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक/बी0सी0एम0 कर्मचारियों और स्वाथ्यकर्ताओं को दो दिवसीय U-WIN मार्डल पर प्रशिक्षण सफलतापूर्वक जिला प्रतिरक्षण टीम व यू0एन0डी0पी0 के रिर्साेस पर्सन सयद इकबाल रिजवी, प्रोजेक्ट ऑफिसर, यू0एन0डी0पी0 द्वारा दिया गया, जिसमें प्रतिभागियों को U-WIN का महत्व समझाया गया।
प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 राजेश आर्या, डा0 खेमपाल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधीक्षक डा0 एच0सी0 त्रिपाठी, डा0 हितेश शर्मा, डा0 आभिलाषा पाण्डे, डा0 पी0डी0 गुप्ता, डा0 अजयवीर सिंह, सहायक जिला प्रतिरक्षण अधिकारी प्रदीप मेहर, वी.सी.सी.एम. प्रदीप पाठक, बी.पी.एम. रुद्रप्रताप सिंह, फील्ड सुपरवाईजर नन्दलाल, सौरव शर्मा, ममता सक्सैना आदि लोग उपस्थित थे।