Share This News!
काशीपुर 31 जनवरी 2023
गोविन्द बल्लभ पन्त इण्टरमीडिएट कालेज से एक प्रवक्ता की अलमारी से जरूरी दस्तावेज व फाइलें गुम हुए आठ माह व्यतीत होने और जिला शिक्षा अधिकारी के आदेशों के बावजूद आज तक उनका कोई पता नहीं चल पाने पर कालेज के हिंदी प्रवक्ता ने कालेज के प्रधानाचार्य की भूमिका संदेह के घेरे में होने की संभावना व्यक्त की है। उधर गोविन्द बल्लभ पन्त शिक्षा समिति के प्रबंधक एसके शर्मा ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर देकर कानूनी कार्यवाही करने का आग्रह किया है। कोतवाली प्रभारी ने मामले की जांच के उपरांत यथोचित कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया है। बताया जा रहा है कि जून 2022 के ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान गृह परीक्षा से सम्बन्धित अलमारी को कक्ष में चल रहे मरम्मत कार्य के कारण एक कक्ष से दूसरे कक्ष में अलमारी को स्थानान्तरित करने के दौरान अलमारी में रखे रजिस्टर एवं अन्य गोपनीय दस्तावेज कहीं गुम हो गये। रजिस्टर के बारे में कालेज के सभी कर्मचारियों से पूछताछ की गई, किन्तु कोई नतीजा हासिल नहीं हुआ। इस सनसनीखेज़ मामले में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी, काशीपुर तथा प्रधानाचार्य पं. गोविन्द बल्लभ पन्त इण्टर कालेज को गुम हुये कागजात तथा अन्य दस्तावेज खोजने एवं नहीं मिलने की स्थिति में तत्काल नियमानुसार प्राथमीकि दर्ज कराने हेतु निर्देश दिए गए थे। जिस पर शिक्षा समिति के अध्यक्ष की ओर से कोतवाली में तहरीर दे दी गई है। कालेज के हिंदी प्रवक्ता प्रमोद कुमार के मुताबिक जो दस्तावेज गुम हुए हैं, उनमें सत्र 2021-22 की गृहपरीक्षा से संबंधित उपस्थिति का विवरण दर्ज है। खास बात यह है कि इन्हीं दस्तावेजों में प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक के पुत्र आदित्य कौशिक जो कि कक्षा 11″B” में अध्ययनरत है, से भी संबंधित है, इसलिये उनकी संलिप्तता से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है। इतना ही नहीं प्रधानाचार्य के पास रखे प्रबन्ध समिति, पं. गोविन्द बल्लभ पन्त शिक्षा समिति, काशीपुर के अन्य गोपनीय दस्तावेज एवं रजिस्टर भी गुम हो गये हैं। ऐसे में कालेज के प्रधानाचार्य की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। आशंका जताई जा रही है कि गुम हुये दस्तावेजों का दुरूपयोग हो सकता है। बहरहाल गोविन्द बल्लभ पन्त शिक्षा समिति के प्रबंधक एसके शर्मा ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर सौंपी है। सायं करीब पांच बजे समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी से मुलाकात की। कोतवाली प्रभारी ने मामले की जांच के उपरांत यथोचित कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया है। इस दौरान डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय, एसके शर्मा, मनोज कौशिक, संजय चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।