Share This News!
सुदर्शन समाचार ब्यूरो 9 अक्टूबर 2022
पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बरसात ने किसानों की फसलें चौपट कर दी हैं ,पहले सूखे की मार झेल चुके किसान अब तैयार फसलों पर भी मौसम की मार से बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं, लगातार बारिश से आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।विगत बृहस्पतिवार के दिन से शुरू हुई बेमौसम की बरसात लगातार जारी है पिछले 48 घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में तैयार खड़ी धान की फसल चौपट हो गई है। हालात यह है कि खेतों में खड़ी धान की फसल बारिश और हवा के चलते बिछ गई है और इसी बिछी फसल के ऊपर पानी भर गया है जिसके कारण धान की फसल एकदम चौपट हो गई है । कई क्षेत्रें में तेज बारिश के कारण खतों में कई कई फुट तक पानी भर गया है धान के अलावा अन्य फसलों जैसे गन्ने की फसल और सब्जियों को भी भारी नुकसान हुआ है ,जिन किसानों ने चना, आलू व अन्य हरी सब्जियां बोई थी वह नष्ट हो गई हैं ।मौसम विभाग अगले कई दिनों तक बारिश की चेतावनी दे रहा है ऐसे में बर्बादी के कगार पर पहुंचे किसान खून पसीने से सींची गई अपनी फसलों को अपनी आंखो से बर्बाद होता देख रहे हैं। गौरतलब है कि धान की फसल बोते समय बारिश ना होने के कारण पहले सूखे की मार झेल चुके किसान पर अब मौसमी बरसात में फसल खराब हो जाने से बेहद दुखी हैं । लगातार बारिश के कारण आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है, जगह-जगह जलभराव के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
काशीपुर: बारिश से लगभग 30 फ़ीसदी धान की फसल बर्बाद
शुक्रवार रात से हो रही बारिश शनिवार को भी जारी रही। जिससे जीवन अस्त-व्यस्त रहा। वहीं, तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। इसके चलते लोगों को ठंड का एहसास भी हुआ। लोगों की चहलकदमी सड़कों पर कम रही।
शनिवार को किसान विकास क्लब के अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि इस समय की बारिश से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है। खतों में लगभग 30 प्रतिशत धान की फसल पक कर तैयार है। बरसात के चलते खेतों में कई जगह धान गिर गए हैं। कई जगहों पर धान के दाने का रंग भी काला हो जाएगा। साथ ही औसत उपज भी कम आने से किसान की बहुत ज्यादा आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी।