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करनपुर (जसपुर) 1 सितंबर 2022
जसपुर क्षेत्र में मिनी स्टेडियम की स्थापना न कराये जाने से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को प्रतिभाएं दिखाने के पर्याप्त अवसर नहीं मिल पा रहे हैं। जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं में निखार नहीं आ पा रहा है जबकि विकासखंड जसपुर ज्येस्ट ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर द्वारा लगातार विगत कई वर्षो से करनपुर में मिनी स्टेडियम की मांग की जाती रही है।
जिसके चलते क्षेत्र में मिनी स्टेडियम न होने के कारण खिलाड़ियों को हो रही परेशानियों पर बात करते हुए जसपुर ज्येस्ट ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर ने कहा कि क्षेत्र मे मिनी स्टेडियम के अभाव के कारण युवाओं को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं मिल पा रही है युवा अधिकतर सड़कों पर अपना अभ्यास करते हैं ऐसे में मिनी स्टेडियम के अभाव में युवाओं की प्रतिभा अपना दम तोड़ती नजर आ रही है उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए मांग की- की जसपुर क्षेत्र के करनपुर में आ ना झा इंटर कॉलेज की 40 एकड़ भूमि मिनी स्टेडियम के लिए शासन को प्रस्तावित है, उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की छिपी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को शीघ्र ही है यहां मिनी स्टेडियम दे दिया जाना चाहिए ताकि यहां खिलाड़ी अपनी मेहनत से प्रतिभा को निखारकर उत्तराखंड का नाम रोशन कर सके।
वही आपको बता दे कि बीते दिनों जसपुर क्षेत्र के मोहम्मद ईशान ने देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून 19वी जूनियर एथलेटिक मीट में 100 मीटर की दौड़ 11. 36 सेकंड में पूरी कर दूसरा स्थान प्राप्त कर रजत पदक हासिल किया जबकि जसपुर क्षेत्र के ही मोहम्मद समीर ने लंबी कूद में स्टेट में गोल्ड जीता है जिसकी बदौलत उत्तराखंड एथलेटिक एसोसिएशन ने दोनों खिलाड़ियों का चयन हरियाणा, करनाल,असम,गुवाहाटीऔर भोपाल में होने जा रही प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड के लिए किया है। ऐसे में इन खिलाड़ियों के परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण यह खिलाड़ी आगे प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कैसे करें इसको लेकर इन्होंने जसपुर ज्येस्ट ब्लाक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर से उनके आवास पर मुलाकात की और किसी भी तरह का सरकार से सहयोग ना मिलने पर अपनी आर्थिक समस्याओं को उनके समक्ष रखा जिस पर उनकी हर तरह से सहयोग का आश्वासन दिया। और भविष्य के लिए उनको शुभकामनाएं दी
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का जब चयन होता है तो उनको खेलने के लिए अलग-अलग राज्यों में जाना पड़ता है ऐसे में खिलाड़ियों के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह आगे नहीं बढ़ पाते जिसके कारण खिलाड़ियों की जो प्रतिभा है वह कहीं ना कहीं दम तोड़ देती है उन्होंने प्रदेश में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए सरकार से उनकी मदद करने की मांग की।