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रूद्रपुर 27 अगस्त,2022-(सूवि0)-
जिला मुख्यालय से हरसान गांव आने-जाने में लगने वाले समय से भी कम समय में किया गया समस्याओ का निस्तारण।
जिला स्तरीय अधिकारियों के आवागमन में लगने वाले लगभग 1 घण्टे 40 मिनट व धन की हुई बचत।
ई-चैपाल में दर्ज हुई 29 समस्याएं, 12 समस्याओं किया गया निस्तारण
जन समस्याओं के निस्तारण हेतु शनिवार को जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने जिला कार्यालय के एनआईसी सभागार से एक घण्टे 24 मिनट तक चली ई-सामाधन चैपाल के माध्यम से तहसील बाजपुर के हरसान गांव की समस्याएं सुनी। उन्होंने सभी फरियादियों की समस्याओं को सुनने के साथ ही क्षेत्रीय कर्मचारियों से समस्याओं के बारे में ली जानकारी।
1 घण्टे 24 मिनट चली ई-चैपाल।
ई-चैपाल के माध्यम से ग्रामीणों के साथ-साथ प्रशासन का भी समय और पैसा दोनों की हो रही बचत।
ई-चैपाल में सर्वाधिक समस्याएं सीसी एवं खडंजा निर्माण से सम्बन्धित रही। धन सिंह मेहता, महेश चन्द्र आर्य, गीता देवी, ललित मोहन, बाबू सिंह, दिनेश सिंह बोरा, शिवराज सिंह ने खड़न्जा एवं सीसी मार्ग निर्माण की मांग की जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि मार्गों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए ग्राम सभा की खुली बैठक में सीसी एवं खडंजा मार्ग निर्माण हेतु प्रस्ताव पास कराते हुए ग्राम पंचायत के बजट, मनरेगा सहित विभिन्न माध्यमो से वित्त पोषण करायें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कम धनराशि में अधिक जनसंख्या को लाभांवित करने वाले खड़ंजें एवं सीसी मार्ग निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी जाये। त्रिलोक सिंह, सोबन सिंह ने आबादी को देखते हुए गांव के नज़दीक ट्रांस्फार्मर लगवाने व झूलते तारों से निजात दिलाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को झूलते तारों से तुरन्त निजात दिलाने तथा लोड का आंकलन करते हुए अतिरिक्त ट्रांस्फार्मर लगाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। सोबन सिंह ने खेतों से सिंचाई वाल्व हटवाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को मंगलवार तक समस्या का समाधान करते हुए निस्तारण रिपोर्ट जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बाबू सिंह ने नहर में सिल्ट जमा होने की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नहर का निरीक्षण करते हुए सफाई कराने के निर्देश दिये। गौतम ने पानी की निकासी की समस्या रखी, जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को पानी निकासी हेतु उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। दिनेश सिंह बोरा ने सिंचाई से सम्बन्धित समस्या रखी, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता को निर्देशित करते हुए कहा कि एकमुश्त राशि जिला योजना में प्रस्तावित की जाये ताकि योजना को शीघ्रता से पूरा किया जा सके। दिनेश सिंह बोरा ने हरसान में दुग्ध समिति खोलने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि दुग्ध समिति बनाने के इच्छुक व्यक्ति व क्षेत्र में दुग्ध उत्पादकता के आधार पर प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करें ताकि समिति खोली जा सके। पूरन सिंह ने राजस्व विभाग से निर्गत होने वाले विभिन्न प्रमाण पत्रों के सम्बन्ध में समस्या रखी, जिस पर उप जिलाधिकारी ने बताया कि प्रमाण पत्रों हेतु आवेदन आॅनलाईन माध्यम से किये जाते हैं और 26 अगस्त तक पोर्टल पर कोई भी आवेदन लम्बित नहीं है। हरीश चन्द्र व मदन सिंह ने गौशाला निर्माण की मांग की, जिस पर परियोजना निदेशक डीआरडीए हिमांशु जोशी ने बताया कि इन व्यक्तियों के नाम सर्वे सूची में शामिल नहीं होने के कारण अभी गौशाला निर्माण नहीं कराया जा सकता है। पुनः सर्वे के बाद ही गौशाला निर्माण हेतु चिन्हित किया जा सकता है। विमला ने हरिपुरा में डाॅक्टर्स की तैनाती की मांग की, जिस पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.हरेन्द्र मलिक ने बताया कि चिकित्सक अवकाश पर हैं, जिलाधिकारी ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को चिकित्सालय में रोस्टर के आधार पर चिकित्सक तैनात करने के निर्देश दिये। मोहन सिंह ने भूमि बंटवारे के सम्बन्ध में समस्या रखी, जिस पर जिलाधिकारी ने मामला कोर्ट में लम्बित होने के कारण शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु उप जिलाधिकारी को निर्देश दिये।
ई-चैपाल में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी डाॅ.ललित नारायण मिश्र, ओसी कलैक्ट्रेट अनामिका, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तरूण शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी एके सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरूद्ध, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह, उप जिलाधिकारी राकेश चन्द्र तिवारी आदि उपस्थित थे।