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काशीपुर 4 दिसंबर 2021
महिला कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती इंदु मान ने बतया कि देवस्थान बोर्ड को भंग करना प्रदेश के पंडित पुरोहित एवं कांग्रेस पार्टी के लगातार संघर्ष की जीत व भाजपा सरकार की कुटिल मानसिकता की हार है यदि इस तरह का बोर्ड बनाना गलत था तो आपने इसका गठन ही क्यों किया था,इसका मतलब ढाई वर्ष से गलत निर्णय थोपा जा रहा था। श्रीमती इंदु मान ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वयं माना कि निर्णय गलत हुआ है।मुख्यमंत्री ने जसपुर विधानसभा में जनता के सामने माना कि उत्तराखंड प्रदेश में विकास कार्य कांग्रेस पार्टी की सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के कार्यकाल में ही संपन्न हुए जो कि आज भी स्थापित हैं।
उधर वह स्वयं अपनी ही पार्टी की सरकार द्वारा गए निर्णय पलटने में लगे हुए हैं।
भाजपा सरकार अपने ही निर्णय कर रही भंग:इंदु मान
इसी प्रकार से 2020 में जब संपूर्ण देश कोरोना से जूझ रहा था केंद्र सरकार कृषि के तीन काले कानून बनाकर तानाशाही पूर्ण तरीके से लागू करने का प्रयास किया जिसने देश के समस्त किसानों को सड़क पर लाकर छोड़ दिया और कानून बनाने के डेढ़ वर्ष बाद किसानों से बिना बातचीत किए बिना 700 किसानों की आहुति पर सहानुभूति का एक भी शब्द व्यक्त नहीं किया तथा उसका कोई रिकॉर्ड भी होने से अनभिज्ञता दिखाई,यह पूरी तरह से असंवेदनशीलता है।
जब हार का डर लगा आपने किसानों से बातचीत किए बिना आपने अपने बनाए कानून वापस ले लिए। किसानों की एमएसपी का कानून बनाने की मांग की अभी भी लगातार उपेक्षा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि देश के सामने अब यह जगजाहिर हो गया कि भाजपा सरकार गलत निर्णय लेती है और जब आपको हार का डर लगता है तो केवल उसी कारण से आपने वापस ले लेते हैं इसका अर्थ है कि जन भावनाओं से आपका कोई सरोकार नहीं है।
भाजपा सरकार द्वारा गठित देवस्थानम बोर्ड के विरोध में संत ढाई वर्ष से प्रदर्शन कर रहे थे, संतों के इस संघर्ष में कांग्रेस पार्टी एकजुटता के साथ खड़ी थी।
पूर्व राज्य मंत्री श्रीमती इंदु मान ने कहा कि अंत में केवल धर्म के नाम पर आमजन को गुमराह करने वाली भाजपाई हुकूमत का घमंड चकनाचूर हुआ और उनको झुकना पड़ा। यह प्रदेश के पुरोहितों एवं कांग्रेस पार्टी के निरंतर प्रयास एवं संघर्ष की जीत है।