November 24, 2024
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सुदर्शन समाचार ब्यूरो

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जसपुर 23 अक्टूबर 2021

शेर अली बाबा दरगाह के सामने नेशनल हाईवे  के नजदीक वन विभाग की भूमि पर नगर पालिका जसपुर द्वारा डंपिंग स्टेशन तैयार किए जाने को लेकर एक बार फिर भूमि चिन्हित की गई है, जिसकी भनक लगते ही स्थानीय लोगों तथा पास में पढ़ रहे संस्थान के छात्र भी सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जमकर विरोध किया इससे पहले भी डंपिंग स्टेशन के लिए  चिन्हित की गई भूमि के विरोध में क्षेत्र के लोगो द्वारा पहले भी दो बार विरोध किया जा चुका है, 

डंपिंग स्टेशन बनाने के विरोध में सड़कों पर उतरे स्थानीय लोग 

इस दौरान एकत्र हुए स्थानीय लोगों की सूचना पर जसपुर विधायक आदेश चौहान जसपुर जेयस्ट प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर एवं जसपुर एस डी एम सीमा विश्वकर्मा मौके पर पहुंची जहां एसडीएम ने स्थानीय लोगों से बातचीत के जरिए हल निकालने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा कहा गया है , कि चिन्हित भूमि पर  कूड़े के ढेर से तरह-तरह की बीमारियों जन्म लेंगी जिससे यहां फैलने वाली बीमारियों का लोगों को सामना करना पड़ेगा,

तो वही एसडीएम से वार्ता के दौरान  नगर पालिका के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को कूड़े से बन रही खाद के लिए बाजपुर में चल रहे प्लांट का हवाला देकर समझाने का प्रयास किया किंतु स्थानीय लोगों ने चल रहे प्लाट को देखने के बाद ही आगे की रणनीति तय करने की बात स्वीकार की है चिन्हित की गई भूमि के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा एसडीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा गया

डंपिंग स्टेशन का आखिर क्यों हो रहा है विरोध

वही डंपिंग स्टेशन के लिए चिन्हित भूमि के नजदीक ग्लोबल इंस्टिट्यूट एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर अपनी सेवाएं निरंतर दे रहा है इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर डॉ. शिशिर नंदी ने डंपिंग स्टेशन बनाए जाने का विरोध करते हुए कहा कि कूड़ा एकत्रित होने पर यहां के स्थानीय लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि कूड़े के ढेर से तरह-तरह की बीमारियां जन्म लेंगे साथ ही वाटर पोलूशन , सोयल पोलूशन और यहां का ग्रीन एरिया प्रदूषित होगा जो मानव जीवन के स्वास्थ्य पर असर डालेगा उन्होंने कहा कि हमारे फार्मेसी इंस्टीट्यूशन में करीब 400 छात्र व छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं ऐसे में डंपिंग स्टेशन बन जाने से छात्र-छात्राओं पर भी प्रभाव पड़ेगा

वही डंपिंग स्टेशन बनाए जाने का विरोध करते हुए स्थानीय निवासी प्रेम सिंह सहोता ने कहा कि

1- उक्त टचिंग ग्राउंड जिस पर बनाया जाना प्रस्तावित है, उसके पास ही नदी स्थित है, जिसके पानी से आसपास के खेतों की सिंचाई होती है नदी के पास टचिंग ग्राउंड बन जाने से नदी का सारा पानी दूषित हो जाएगा जिससे क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान हो जाएगा तथा फसलों के दूषित एवं खराब हो जाने से क्षेत्र में किसी भी बैंक कर महामारी के फैलने का खतरा है।

2-यह कि प्रस्तावित स्थल के 500 मीटर की परिधि में विभिन्न ग्रामों की आबादी स्थित है, तथा शिक्षण संस्थान गुरुद्वारा एवं मजार स्थित है, जिसमें प्रतिदिन कई लोग आते जाते हैं, ट्चिंग ग्राउंड के बन जाने से मुक्त शिक्षण संस्थानों एवं धर्म स्थल पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तथा जनता को परेशानी होगी।

3-यह की ट्चिंग ग्राउंड बनाने के लिए जंगल के हरे भरे पेड़ों को काटा गया है, जंगल में कूड़े के ढेर लगाए जाने से वन्य संपदा को नुकसान होगा जिससे क्षेत्र में प्रदूषण की समस्या भी बढ़ जाएगी

पेड़ों के कटने से पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। दुर्लभ जीव-जन्तु विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुके हैं। लिहाजा, पर्यावरण को सहेजने के लिए वृक्षों को बचाना होगा।

4-किसान अपने घरों को बनाएगा तो यहां पर कूड़े के ढेर से मच्छर पैदा होगा पोलूशन होगा पानी दूषित होगा जिसके कारण कई जानलेवा बीमारियां पैदा होंगी जो मानव जीवन के लिए खतरनाक साबित होगी

ज्ञापन में की गई मांगों को लेकर स्थानीय लोगों व एसडीएम एवं नगरपालिका के अधिकारियों द्वारा बाजपुर में चल रहे ट्चिंग ग्राउंड कूड़े से खाद बनाने वाले प्लांट को देखा जाएगा अगर उससे प्रदूषण फैलने की कोई आशंका नजर आती है तो किसानों ने साफ तौर पर कहा है, कि हम नगर पालिका द्वारा चिन्हित की गई भूमि पर ट्चिंग ग्राउंड नहीं बनाने दिया जाएगा, इस मौके पर पूर्व ब्लाक प्रमुख रवि कुमार डोगरा, ब्लाक प्रमुख गुरताज भुल्लर, युवा विंग प्रदेश उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह ढिल्लों, ब्लॉक अध्यक्ष अमनप्रीत सिंह, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता, तहसील अध्यक्ष दीदार सिंह, मनप्रीत सिंह, कर्मजीत सिंह ग्राम प्रधान, राजू शर्मा, जोगेंद्र सिंह, सुखदेव सिंह, गुरचरण सिंह आदि आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।

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