Share This News!
काशीपुर 19 अक्टूबर 2021
पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.) की यौमे पैदाइश (ईद मिलादुन्नबी) पर मंगलवार को मजहबी जुनून, आपसी सद्भाव के साथ देश प्रेम का जज्बा देखने को मिला। इस दौरान परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम की सरपरस्ती में कोरोना की गाइडलाइंस के बीच जुलूस निकाला गया,
जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा कोविड के नियमों का पूरी तरीके से पालन किया गया। इसमें शामिल होने के लिए मुस्लिम समुदाय के बड़े-बुर्जुगों के साथ युवाओं और बच्चों का रेला उमड़ पड़ा। सिर पर हरा साफा बांध लकदक कपड़ों में सजे समुदाय के लोग एक हाथ में मजहबी परचम तो दुसरे में तिरंगा थाम इसे लहराते हुए जुलूस में ठसक के साथ शामिल हुए।
तो वही आपको बताते चलें कि बीते वर्षो में जुलूस ए मोहम्मदी बड़े ही शिद्दत के साथ वृहद स्तर पर मनाया जाता रहा है लेकिन देशभर में वैश्विक कोरोना महामारी के चलते बीते वर्ष इसिक स्वरूप सूक्ष्म कर दिया गया था। वहीं प्रदेश सरकार के द्वारा इस बार जारी कोरोना की गाईडलाईन के अनुसार काशीपुर में परंपराओं का निर्वहन करते हुए शहर इमाम कारी मुनाजिर हुसैन की सरपरस्ती में जुलूस ए मोहम्मदी का जुलूस निकाला गया।
जुलूस में हर तरफ नबी की आमद मरहबा, सरकार की आमद मरहबा, हुजूर की आमद मरहबा, आका की आमद मरहबा की सदाएं बुलंद होती रहीं। जुलूस में बड़ों के अलावा बच्चों का उत्साह भी देखते ही बन रहा था। रास्ते भर मुस्लिम व हिन्दू भाइयों की ओर से चाय व खाने पीने की चीजों का वितरण किया जा रहा था। इस दौरान जिला प्रशासन ने सुरक्षा का व्यापक प्रबन्ध किया था।
इस दौरान शहर इमाम मुफ्ती मुनाजिर हुसैन कादरी ने बताया कि नबी की पैदाइश के मौके पर यह त्यौहार मनाया जाता है। उनके मुताबिक बीते वर्षों में इस जुलूस को बड़े ही वृहद स्तर पर मनाया जाता रहा है। इस वार कोरोना की गाईडलाईन का पालन करते हुए जुलूस के मोहम्मदी के अवसर पर जुलूस निकाला गया। इस मौके पर परवरदिगार से कोरोना वैश्विक महामारी के जड़ से खात्मे के लिए दुआ की गई। उन्होंने कहा कि साढ़े 1400 साल से आज तक आज के दिन इस्लाम के लोग अमन और शांति के लिए दुआ कर रहे हैं।
महाराणा प्रताप चौक के साथ साथ जगह-जगह जुलूस का स्वागत किया गया। इस मौके पर लंगर बांटे गए। इस जुलूस में काबा ए शरीफ, मदीना ए शरीफ, बहुत सारे मुल्कों की मजारों के नक्शे जुलूस में शामिल थे। यह जुलूस मोहल्ला अल्ली खां से शुरू होकर मोहल्ला महेशपुरा, जसपुर बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन रोड, महाराणा प्रताप चौक, मेन मार्केट, किला बाजार से होते हुए वापस अल्ली खां स्थित कर्बला मैदान में जाकर समाप्त हो गया। वही इस जुलूस का दूसरा हिस्सा मोहल्ला विजय नगर नई बस्ती, कटोरा ताल पुलिस चौकी के सामने से चीमा चौराहा मेन चौराहे पर आकर जुलूस में शामिल हुआ। इस दौरान जुलूस में शामिल सभी मुस्लिम समाज के लोगों के द्वारा तिरंगे झंडे लहराए गए जिससे जुलूस में देशभक्ति का रंग भी देखा गया।
शहर इमाम मुफ़्ती मुनाजिर हुसैन कादरी की सदारत में निकाले गये इस सांकेतिक जुलूस में जुलूस-ए-मौहम्मदी के सदर राजा शब्बीर, उपाध्यक्ष डा. अब्दुल शकील, महामंत्री माजिद अली, पूर्व चेयरमैन शमशुद्दीन, हसीन खान, अब्दुल राशिद नश्तर, डा. नूरी, शफीक अहमद अंसारी, अब्दुल सलीम एडवोकेट, एमए राहुल, अजीज कुरैशी, मुफ़्ती कासिम उल कादरी, कारी अताउर्रहमान आदि मुख्यतः मौजूद थे।
महाराणा प्रताप चौक पर जनजीवन उत्थान समिति, न्यू आजाद ठेला खोखा कल्याण समिति एवं कांग्रेसजनों द्वारा जुलूस का जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में वरिष्ठ अधिवक्ता शैलेन्द्र कुमार मिश्रा, कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सहगल एडवोकेट, मनोज जोशी एडवोकेट, अरुण चौहान, आशीष अरोरा बॉबी अलका पाल जय सिंह गौतम, आशीष अरोरा बॉबी, मुक्ता सिंह, डा. दीपिका गुड़िया आत्रेय, शशांक सिंह, विमल गुड़िया, अर्पित मेहरोत्रा महेंद्र सिंह बेदी अरुण चौहान त्रिलोक सिंह अधिकारी अब्दुल सलीम एडवोकेट, इन्दर सिंह एडवोकेट, इल्यास माहीगीर, गौतम मेहरोत्रा, हरीश कुमार सिंह एडवोकेट, इन्दूमान, शफीक अहमद अंसारी व विकल्प गुड़िया आदि थे।