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सरकार का लक्ष्य है कि जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घर में पानी का कनेक्श्न उपलब्ध हो।
सू0वि0- मा0 मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीसी के माध्यम से जल जीवन मिशन के अंतर्गत समस्त जिलाधिकारियों, जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। मा0 मुख्यमंत्री ने बैठक में जल जीवन मिशन सम्बन्धी बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की। मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बैठक के बाद कार्यों मे तेजी आई है। उन्होने कहा कि जनपद देहरादून ने उक्त मिशन के अन्तर्गत अच्छा कार्य किया है जिसके लिए वे बधाई के पात्र है, अन्य जनपदों में अभी और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।
उन्होेने कहा कि माह अक्टूबर व माह दिसम्बर का आधा माह बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि आगे सर्दी काफी बढ़ जाती है जिस कारण कार्यों में दिक्कत आती है, विशेष कर पर्वतीय जनपदों में सर्दी के समय काफी परेशानी होती है। उन्होने जल संस्थानों एवं जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पाईप लाईन बिछाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। खुले में पाईप न रखे जाएं। उन्होने कहा कि कार्य के समय जूनियर इंजिनियर इसकी देख-रेख करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि पर्वतीय जनपदों में वर्षा काल के दौरान भू-स्खलन इत्यादि से पानी की पाईप लाईन क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना बनी रहती है। उन्होने कहा कि पाईप लाईन अगणन बनाते समय इस बात का विषेश ध्यान रखा जाऐं। उन्होने कहा कि पाईप लाईन जितनी गहराई में पड़ रही है या नहीं, शुरू में ही इस बात की जांच अवश्य कर ले। उन्होने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि है कि कार्यो में गुणवत्ता, पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया जाऐ। उन्होने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक घर में पानी का कनेक्श्न उपलब्ध हो। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुनिश्चित लक्ष्य के साथ कार्य हो व प्रत्येक दिन लक्ष्य निर्धारित करें और प्रत्येक 15 दिन में निर्धारित किए गए लक्ष्य की समीक्षा करें। मा0 मुख्यमंत्री ने आगामी त्यौहारों की शुभकामनाऐं व बधाई दी।
बैठक में जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु ने मा0 मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जनपद में अभी तक 18,426 कनेक्शन किए जा चुके है। उन्होने बताया कि जनपद के अधिकांश क्षेत्रों में पूर्व से कोई पाईप लाईन नहीं बिछाई गई है, जिसके कारण कार्य मे थोड़ा समय लग रहा है किन्तु सम्बन्धित विभाग के अधिकारी निरन्तर कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। जनपद मे पूर्व में पाईप लाईन न होने के कारण अधिकांश लोग सबम्रसिबल या हैण्डपम्प पर ही आश्रित है। उन्होने बताया कि जनपद में अभी तक 107 डीपीआर तैयार कर लिए गये है व 125 निविदा की जा चुकी है। उन्होने बताया कि जल जीवन मिशन के कार्य मे और तेजी लाने के लिए स्टाॅफ की आवश्यकता है। जो कि वर्तमान में बहुत कम है। उन्होने बताया कि कार्यो में तेजी लाने कि लिए अतिरिक्त स्टाॅफ हेतु सिंचाई विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों की वैकल्पिक व्यवस्था की रही है ताकि कार्यों मे तेजी लाई जा सके।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, अधिशासी अभियंता जल निगम ए के कटारिया, पी एन चैधरी, बी के बंसल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान तरुण शर्मा, जे पी यादव, सहायक अभियंता पेयजल निगम अशोक स्वरूप मौजूद थे।