Share This News!
जयपुर 26 मई 2021
जसपुर: आम आदमी पार्टी ने कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन को 6 माह पूरे होने पर काला दिवस मनाया। इस दौरान जसपुर में किसानों द्वारा मनाया जा रहा काले दिवस का आम आदमी पार्टी ने समर्थन किया इस दौरान आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ संयुक्त रुप से 26 मई को काला दिवस के रूप में मनाते हुए जसपुर के कलिया वाला मोड़ पर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया।
बता दें कि कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर समेत विभिन्न बॉर्डर पर किसान बीते 6 माह से कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन को 6 माह पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर के किसानों से काला दिवस मनाने का आह्वान किया था। इसके चलते जसपुर में भी आम आदमी पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर यूनुस चौधरी ने के साथ किसानों के समर्थन में काला दिवस मनाया।
इस दौरान वहां आप कार्यकर्ता सुवा सिंह अवतार सिंह शाहरुख चौधरी शादाब कमाल अजय अग्रवाल नरेश कुमार नफीस आजाद मलकीत सिंह आशीष चौधरी आदि मौजूद रहेआप कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ संयुक्त रुप से केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार का पुतला आग के हवाले किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर यूनुस चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि काले कानूनों का आम आदमी पार्टी शुरू से ही विरोध कर रही है और किसानों के समर्थन मैं वह सबसे आगे की पंक्ति में खड़ी हुई है उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के हक की लड़ाई लड़ने मैं पीछे नहीं हटेगी। आम आदमी पार्टी कल भी किसानों के साथ खड़ी हुई थी और आज भी खड़ी हुई है और आने वाले कल में भी वह चट्टान की तरह मजबूती के साथ किसानों के साथ खड़ी रहेगी
काला दिवस का समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहा कि सरकार जल्द ही किसानों पर थोपे गए काला कानून वापस लेकर किसानों के आंदोलन को समाप्त कराते हुए किसानों की घर वापसी कराएं ज्ञापन देने वालों में आम आदमी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर यूनुस चौधरी सुवा सिंह अवतार सिंह शाहरुख चौधरी शादाब कमाल अजय अग्रवाल नरेश कुमार नफीस आजाद मलकीत सिंह आशीष चौधरी आदि शामिल थे