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काशीपुर:ऋषिकेश में पार्षद के नेतृत्व 100 से ज्यादा लोगों द्वारा संगठित होकर एक सिख नौजवान के साथ अभद्रता करने और पगड़ी उतार कर अपमानित किये जाने से रोषित सिख संगत ने गुरूद्वारा सिंह सभा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
एसडीएम अभय प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपकर सिख संगत ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की शांत ऋषिकेश की पवित्र भूमि में एक सिख नौजवान रघुवीर सिंह पर कांग्रेसी पार्षद वीरपाल के नेतृत्व में लगभग 100-125 व्यक्तियों द्वारा संगठित होकर हमला किया जाना एवं उसकी पगड़ी उतारकर उसे बुरी तरीके से लात घूंसों से पीटना और उसके प्रतिष्ठान में दंगा करते हुये तोड़फोड़ किये जाने से उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के सिखों में रोष व्याप्त है।एसडीएम अभय प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपकर सिख संगत ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की शांत ऋषिकेश की पवित्र भूमि में एक सिख नौजवान रघुवीर सिंह पर कांग्रेसी पार्षद वीरपाल के नेतृत्व में लगभग 100-125 व्यक्तियों द्वारा संगठित होकर हमला किया जाना एवं उसकी पगड़ी उतारकर उसे बुरी तरीके से लात घूंसों से पीटना और उसके प्रतिष्ठान में दंगा करते हुये तोड़फोड़ किये जाने से उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश के सिखों में रोष व्याप्त है।
आज ऋषिकेश की घटना से आक्रोशित सिख समाज के लोगों ने महाराणा प्रताप चौक पर एकत्र होकर ऐसे अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर एसडीएम अभय प्रताप सिंह को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा के प्रदेश महामंत्री गुरविंदर सिंह चंडोक ने तीखे स्वर में कहा है कि इस तरह की घटनाओं से पूरे समाज में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से ऋषिकेश में सिख समाज के एक नवयुवक को 100 से 150 लोगों ने सड़क पर घसीट कर बाल पकड़ कर और पगड़ी उतार कर जो जघन्य अपराध किया है इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। ऐसे अपराधियों को खुली हवा में घूमने का कोई अधिकार नहीं उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, जिससे कोई और व्यक्ति इस तरह की की जगन्य घटना को अंजाम देने के विषय में सोच भी ना सके। विरोध प्रदर्शन में जगमोहन सिंह बंटी, सतपाल सिंह आनंद, देवेन्द्र सिंह, बलविंदर सिंह, सर्वजीत सिंह रंधावा, संयोग चावला, कुलविंदर सिंह, परमजीत सिंह, वीरेंद्र पाल सिंह, सुखप्रीत चड्ढा, गुलजार सिंह, पृथ्वीपाल सिंह, चरन जीत, जसपाल सिंह, देवेन्द्र सिंह, मुख्त्यार सिंह, गुरविंदर सिंह चंडोक, दिलप्रीत सिंह सेठी समेत बड़ी संख्या में सिख संगत शामिल थी।