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श्रीराम संस्थान काशीपुर के प्रबंधन विभाग में छात्र-छात्राओं के लिए इमोशनल इंटेलिजेंस (EI) पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्थान के निदेशक प्रो0 डॉ. योगराज सिंह के सम्बोधन के साथ शुरू हुआ उन्होंने व्यक्तिगत और शैक्षणिक सफलता में EI के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान की सहायक प्राध्यापिका फरहा नईम ने किया, साथ ही उन्होंने EI के प्रमुख घटकों को साझा करते हुए आत्म-जागरूकता, आत्म-नियमन, प्रेरणा, सहानुभूति और सामाजिक कौशल गतिविधियों के सम्बन्ध में अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के तहत उन्होंने सहानुभूति और दूसरों के दृष्टिकोण को समझने का महत्व भी समझाया । कार्यशाला के दौरान सामाजिक कौशल विकसित करने, प्रभावी संचार और भावनात्मक व्यवहार पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। अंत में छात्र-छात्राओं को रोजमर्रा की जिंदगी में इमोशनल इंटेलिजेंस में सुधार करने के लिए व्यावहारिक उदहारण भी साझा किये गए।
संस्थान के निदेशक प्रो0 डॉ. योगराज सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं को इमोशनल इंटेलिजेंस के बारे में सझते हुए कहा की भावनाओं की समझ ही मनुष्य को सर्वाेच्च स्थान पर खड़ा करती है। साथ ही इमोशनल इंटेलिजेंस हमें जीवन में सही व गलत निर्णय लेने में सहायता प्रदान करती है।
कार्यशाला के दौरान संस्थान के निदेशक प्रो0 डॉ. योगराज सिंह, प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष शोवित त्रिपाठी, समस्त प्राध्यापक गण व छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।