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काशीपुर 10 अप्रैल 2024 :होम्योपैथी को सुरक्षित व काफी प्रभावी वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति माना जाता है. बहुत से लोग इसके प्रभावों को मानते हैं तथा सामान्य समस्याओं में इसे प्राथमिकता भी देते हैं. लेकिन कई लोगों में इस चिकित्सा पद्धति को लेकर काफी भ्रम भी देखने में आते हैं।होम्योपैथी के बारे में लोगों में बेहतर समझ तथा जागरूकता पैदा करने के लिए प्रयास करने तथा इस चिकित्सा प्रणाली को मजबूत व आधुनिक बनाने के प्रयासों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर साल 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है।
सुरक्षित और कारगर है होम्योपैथी: डॉ रजनीश कुमार शर्मा
होम्यो क्योर एंड रिसर्च सेंटर के एमडी डॉक्टर रजनीश कुमार शर्मा ने सभी को विश्व होम्योपैथी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली शरीर की खुद की उपचार प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर करने के सिद्धांत पर आधारित है , जो पौधों और खनिजों जैसे प्राकृतिक पदार्थों की मदद से शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को तेज करने का प्रयास करती है. गौरतलब है कि 200 साल से पुराने इतिहास वाली होम्योपैथिक चिकित्सा दुनिया के 100 से अधिक देशों में प्रचलित है।
विश्व होम्योपैथी दिवस का इतिहास
होम्योपैथी चिकित्सा के बारे में लोगों में बेहतर समझ बढ़ाने, इसके आम जन तक प्रसार को सरल बनाने के लिए प्रयास करने, इसे लेकर उनके भ्रमों को दूर करने तथा इस वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली के वैश्विक स्तर पर उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ ही होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनिमैन की जयंती को मनाने के लिए हर साल 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है।हर साल यह आयोजन एक अलग थीम के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष विश्व होम्योपैथी दिवस 2024 ‘होम्यो परिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार’ थीम पर मनाया जा रहा है।