Share This News!
काशीपुर । सरकारी लापरवाही के चलते सत्तासीन भाजपा के एक दिग्गज नेता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई। और जब वास्तविक स्थिति का पता चला तो विभाग की किरकिरी से बचाने के लिए बाकायदा एक पत्र जारी कर महकमे ने अपनी भूल सुधार की। हालांकि विभागीय गलती का खामियाजा भाजपा नेता की छवि पर पड़ा।
हुआ यूं कि बीते रोज उत्तरांचल पावर कार्पोरेशन की उपखंड अधिकारी शैलेंद्र कुमार सैनी के नेतृत्व में विभिन्न जगहों पर टीम ने विद्युत चोरी को लेकर छापेमारी की। बाजपुर रोड स्थित रामपुरम एक्सटेंशन में एक घर में विद्युत चोरी पकड़ में आ भी गई। जिस घर में विद्युत चोरी पकड़ी गई उसके बारे में विजिलेंस को जो नाम बताया गया वह राम मेहरोत्रा पुत्र श्री रामकृष्ण मेहरोत्रा का था। इसके अलावा पांच अन्य लोगों के वहाँ भी विद्युत चोरी पकड़ में आयी।
उपखंड अधिकारी ने सभी मामलों की तहरीर पुलिस को दी। इस पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा भी दर्ज कर लिया। मीडिया में जब यह मामला पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राम मेहरोत्रा के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट के रूप में सुर्खियों में प्रकाशित हुआ। जब भाजपा नेता राम मेहरोत्रा को मीडिया में प्रकाशित समाचारों से पता चला कि विद्युत विभाग की ओर से उनके विरुद्ध चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया।
इस बात की जानकारी होने से भाजपा नेता हैरान रह गये। उन्होंने विद्युत विभाग से इस संबंध में जानकारी ली । दरअसल छापेमारी के दौरान विद्युत टीम ने वहां लोगों से घर के मालिक का नाम पूछा तो किसी ने राम मेहरोत्रा नाम बता दिया। विभाग ने इतना पता चलते ही उसी नाम के खिलाफ तहरीर लिख दी। और पुलिस ने भी विभाग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया
अपनी छवि धूमिल होती देख आखिरकार भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राम मेहरोत्रा ने आज देर शाम पत्रकारों को बताया कि विद्युत विभाग द्वारा इसे विभागीय त्रुटि बताकर स्वीकार किया है। वहीं राम मेहरोत्रा ने विद्युत विभाग द्वारा जारी वह पत्र भी जारी किया जिसमें विभाग ने अपनी गलती स्वीकार की है।