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काशीपुर 12 जुलाई 2023
कुमाऊं -गढ़वाल चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की 34वीं वार्षिक आम सभा में उद्यमियों ने उद्योगों की मजबूती व समस्याओं के निस्तारण पर जोर दिया। इस दौरान वर्ष 2023-24 के लिए कार्यकारिणी कमेटी के चुनाव में अशोक बंसल को अध्यक्ष और आलोक कुमार गोयल को वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया। जबकि दीपांशु अग्रवाल कोषाध्यक्ष चुने गए,इस अवसर पर अशोक बंसल को केजीसीसीआई की नया अध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा 15 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए भाष्कर शर्मा, अभिषेक अग्रवाल, राजेंद्र तुल्स्यान, बीवी श्रीधर, विकास सिंह, शिव प्रताप सिंह, अक्षत मिड्ढा, मयंक अग्रवाल, राजीव कुमार गोयल, शरत गोयल, विनीत अजीतसरिया, आरबी बिरादर, अभिलाष कमानी, नरेश कुमार घई, संजय कुमार अदलखा को चुना गया।
एक होटल में बुधवार को हुए कार्यक्रम में उद्योगपतियों ने कहा कि केजीसीसीआई उत्तराखंड के औद्योगिक विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। चैंबर के प्रयास से ही राज्य में औद्योगिक विकास को गति मिली। सरकार से भी उद्योग को मदद मिली है लेकिन अब भी बिजली और सड़क जैसे समस्याएं बनी हुई हैं। उद्यमियों द्वारा उद्योग लगाने पर ऐप पर पढ़ें विभिन्न शुल्क लगा देती है। इसके कारण उद्योगों की स्थापना लागत बढ़ जाती है। सरकार को इसे नियंत्रित कर उद्योगों को राहत देनी होगी।
इस दौरान नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक बंसल ने 2023-24 के लिए कुमाऊं गढ़वाल ऑफ चेंबर के अध्यक्ष पद पर चुने जाने के लिए चेंबर के सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया,उन्होंने कहा कि चेंबर के प्रयास से ही राज्य में औद्योगिक विकास को गति मिली है तथापि दीर्घकालिक औद्योगिक विकास हेतु कुछ और ठोस पहल करने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध ना होने के कारण औद्योगिक विकास में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है हमारा प्रयास रहेगा कि शासन के साथ मिलकर औद्योगिक विकास की दिशा में आवश्यक सभी कार्यों को पूरा कराया जाए
कुमाऊं में यातायात उद्योगों के लिए बड़ी समस्या
कुमाऊं क्षेत्र में आवश्यकता के अनुरूप रेल सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण पर्यटन और निर्यात पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उद्योगपतियों ने कहा कि एनएच 74 और 84 का काम जल्द पूरा होना चाहिए। पंतनगर एयरपोर्ट से भी सुधार की आवश्यकता है। इसके अलावा सिडकुल में सुबह आठ से रात 10 बजे तक मालवाहक वाहन को प्रतिबंधित से मुक्त किया जाना चाहिए।
शुल्कों में कटौती की रखी मांग
उद्योगपतियों ने कहा कि कई चीजों में बहुत अधिक शुल्क है। इसमें कमी कर सरकार उद्योगों को बड़ी राहत दे सकती है। कृषि भूमि को उद्योग के लिए खरीदने पर सर्किल रेट का निर्धारण आठ गुना अधिक देना पड़ता है। उद्योगों पर ये बहुत बड़ा बोझ है। औद्योगिक नक्शा पास कराने के लिए शुल्क भी कम किया जाना चाहिए। पीसीबी की कंसेंट फीस भी नियंत्रित करने की आवश्कयता है। उद्योगों पर मंडी शुल्क समाप्त किया जाए और नगर निकायों में शामिल किए क्षेत्रों में स्थित उद्योगों को भवन कर से मुक्त किया जाए आदि मांगे रखी गईं।
सीएम करेंगे चैंबर हाउस का उद्घाटन
पूर्व अध्यक्ष विनीत कुमार संगल ने चैंबर की उपलब्धियों की जानकारी दी और कहा कि चैंबर द्वारा दिए गए कई सुझावों पर सरकार ने काम किया है। साथ ही कई सुझावों पर मंथन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही चैंबर हाउस का उद्घाटन किया जाएगा। इसके लिए सीएम ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
इस दौरान आज के कार्यक्रम में पवन अग्रवाल,योगेश कुमार जिंदल, विकास जिंदल, देवेंद्र अग्रवाल, आशीष गुप्ता, संजीव कुमार, राजीव घई, मदन मोहन जिंदल, रमेश मिड्ढा, हरीश कुमार, बांके बिहारी गोयनका, हरविंदर सिंह, अशोक बंसल, आलोक कुमार गोयल, नरेश घई, नितिन अग्रवाल, अनूप सिंह, संजीव तोमर, शरत गोयल, रामकुमार अग्रवाल, भाष्कर शर्मा, संजय कुमार अदलखा,कुलदीप, सतपाल, राजेंद्र पोखरियाल आदि शामिल रहे