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काशीपुर 4 जुलाई 2023
काशीपुर में आज कांवड़ यात्रा के मद्देनजर पुलिस विभाग की अंतरराज्यीय एवं समन्वीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में ऊधम सिंह नगर जिले के पुलिस कप्तान और मुरादाबाद के एसपी ट्रैफिक के साथ साथ दोनों जिलों के अन्य पुलिस अधिकारियों ने प्रतिभाग कर कावड़ यात्रा के मद्देनजर एक दूसरे के साथ आपसी तालमेल और कावड़ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की।
आपको बताते चलें कि इस वर्ष की कांवड़ यात्रा आगामी 4 जुलाई से शुरू होने वाली है। कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार से गंगाजल भरने जाने वाले तथा वापस अपने गंतव्य स्थानों को जाने वाले कांवड़ियों के आवागमन के चलते ट्रैफिक व्यवस्था आदि के दृष्टिगत काशीपुर में बाजपुर रोड स्थित आईजीएल फैक्ट्री के गेस्ट हाउस में आज एक समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उधम सिंह नगर जिले के पुलिस कप्तान डॉक्टर मंजूनाथ टीसी तथा मुरादाबाद जिले के एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने प्रतिभाग किया। इस दौरान दोनों तरफ से पुलिस अधिकारियों ने मीटिंग में शिरकत की तथा कावड़ यात्रा के मद्देनजर एक दूसरे के साथ आपसी तालमेल और कावड़ यात्रा से जुड़ी जानकारी साझा की।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर डॉ. मंजुनाथ टिसि ने कहा कि यह एक समन्वय बैठक है। कावड़ यात्रा को लेकर सभी चीजें व्यवस्थित हैं तथा एसओपी भी व्यवस्थित है। उत्तराखंड और यूपी के डीजीपी स्तर पर समन्वय बैठक लेकर यात्रा मार्ग ट्रैफिक से लेकर सभी चीजें व्यवस्थित कर दी गई हैं। आज की इस समन्वय बैठक का उद्देश्य अंतर्जनपदीय और अंतरराज्जीय स्तर पर ग्राउंड स्तर पर कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का आपस में समन्वय स्थापित करना तथा जानकारियों का आदान प्रदान करना है। मुख्यालय स्तर पर निर्धारित एसओपी को ज़मीनी स्तर पर आपस में समन्वय स्थापित कर संचालित करना इस संबंध में बैठक का उद्देश्य रहा।जिससे कावड़ यात्रा बिना किसी व्यवधान के सकुशल संपन्न हो और कांवरियों को किसी भी तरह की दिक्कत परेशानी ना हो। इसके लिए पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। बैठक में रामपुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, बिजनौर, रामपुर से आये एसपी और सीओ के साथ चर्चा करते हुए जानकारियों को साझा किया गया है। इस दौरान एसपी ट्रैफिक मुरादाबाद सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि बैठक के माध्यम से तय किया गया है कि किस थाना जमीनी स्तर पर कांवरियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए जमीनी रूपरेखा तैयार की गई है। इससे पूर्व दो साल पूर्व कोरोना महामारी को लेकर कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गयी थी। उसके बाद पुनः कांवड़ यात्रा पुनः शुरू कर दी गयी थी।