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काशीपुर 25 मई 2024
लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद उत्तराखंड में निकाय चुनावों का बिगुल भी बजने वाला है। निकायों में ओबीसी आरक्षण निर्धारित करने के लिए गठित एकल सदस्यीय आयोग की रिपोर्ट सरकार स्वीकार कर चुकी है। अब मई में आरक्षण घोषित किए जाने के बाद दावेदारों की नजर आरक्षण पर लगी रहेगी, वही बता दे की काशीपुर महापौर के लिए यदि आरक्षण की तस्वीर बदलती है और यह सीट सामान्य होती है तो यहां के समीकरण के साथ दावेदार भी बदल जाएंगे ऐसी स्थिति में कांग्रेस से मेयर पद के सभी दावेदारों की नजर इस पर टिकी हुई है कि यह सीट आरक्षित होगी या सामान्य दोनों ही स्थिति में कांग्रेस से कई नए चेहरे चुनाव मैदान में अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
आरक्षण पर लगी दावेदारों की नजर,बदलाव हुआ तो कांग्रेस से आएंगे कई नए चेहरे
काशीपुर कांग्रेस में मेयर पद के इस बार टिकट के मुख्य
दावेदारों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण चौहान, श्रीमती अलका पाल,संदीप सहगल,पूर्व मेयर प्रत्याशी श्रीमती मुक्ता एडवोकेट उमेश जोशी,,राजीव चौधरी,श्रीमती इंदूमान, सभी टिकट की चाह में है।
प्रदेश सचिव कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड अरुण चौहान का कहना है पार्टी का निर्णय सर्वोपरि होगा यदि काशीपुर की सीट सामान्य होती है और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें मौका दिया तो वह पूरी मजबूती से मेयर पद का चुनाव लड़ेंगे
वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री एवं उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की प्रदेश कार्यसमिति,पीसीसी सदस्य अलका पाल ने कहां की वह संगठन की सिपाही हैं,संगठन की सेवा उनकी प्राथमिकताओं में है। पार्टी हाई कमान उनको जो भी दायित्व या जिम्मेदारी सौंपेगा वह उसके लिए सदैव तैयार है।
वहीं कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष और पर्वतीय समाज में अच्छी पकड़ रखने वाले एडवोकेट उमेश जोशी ने कहा कि काशीपुर सीट यदि सामान्य होती है और पार्टी का आदेश होता है पार्टी जो भी जिम्मेदारी सौपेंगी उसके लिए वह हमेशा तैयार हैं।
महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष काशीपुर श्रीमती पूजा सिंह ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता संगठन को और अधिक मजबूत करना है संगठन मजबूत होगा तभी हम मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे इसके अतिरिक्त यदि पार्टी हाई कमान उन्हें कोई भी जिम्मेदारी सोंपता है तो उसके लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं।
वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं का कहना है कि पार्टी की सबसे पहली ज़रूरत है कि चुनाव में सभी स्थानीय नेताओं के साथ समन्वय बनाकर सही प्रत्याशी का चुनाव करें जिसमें सबकी सहमति हो और चुनाव एकजुटता और मजबूती के साथ लड़ा जाए।