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काशीपुर 8 नवंबर 2022
संगठित गिरोह बनाकर फैवीक्विक लगाकर लोगों के एटीएम में फंस जाने पर उनकी समस्या के समाधान को लेकर फर्जी टोल फ्री नंबर लगाकर पिन पता कर उनके एटीएम कार्ड से रूपये निकालने के मामले में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को l गिरफ्तार कर उनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के एटीएमए स्वैप मशीनए पेटीएम मशीन आदि समेत हजारों रूपये बरामद किये है। जबकि इस मामले में एक अभियुक्त अभी वांछित है।
रेलवे कालोनी निवासी अमीर चन्द्र व मौहल्ला काजीबाग निवासी राजेश ने सोमवार को पुलिस को सूचना अंकित करायी कि उनके एटीएम पीएनबी बैंक व आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में फंस गये थे जिसे अज्ञात लोगों ने अमीर चन्द्र के खाते से 21 हजार व राजेश के खाते से 75 हजार रूपये निकाल लिये थे। पुलिस ने इस मामले में चैकिंग के दौरान मुखबिर खास की सूचना पर एटीएम के आसपास घूम रही एक काले कलर की बिना नंबर की एक्सयूबी कार को रोककर जब चैक किया तो उसमें तीन लड़के सवार थे। तलाशी लेने पर उनके कब्जे से विभिन्न विभिन्न बैंकों के 10 एटीएम कार्डए आईसीआईसीआई बैंक की स्वैप मशीनए टीएम बैंक की मशीन एक प्लास फैवीक्विक के 24 पाउच कोटक महेन्द्रा बैंक की चैक बुकए पांच स्मार्ट फोन व दो की-पैड फोन व 46 हजार 300 रूपये बरामद हुए। बरामद कार को पुलिस ने सीज कर दिया। तीनों ने अपना नाम उ0 प्र0- के गौतम बुद्ध नगर सेटर 63 निवासी रोहित कुमार पुत्र धमेन्द्र चौहान व दूसरे ने ग्राम शहबाजपुर भवानीपुर थाना संबंल व हाल ग्राम चोरपुर भेलोपुर सैक्टर 63 गौतम बुद्ध नगर निवासी नाजिम पुत्र शखावत एवं तीसरे ने गौतम बुद्ध नगर तहसील दादरी सैक्टर 63 छाजरसी निवासी मनीश कुमार पुत्र बृजेश कुमार बताया। आरोपियों ने बताया उनका एक साथी छजार सी कालोनी सैक्टर 63 गौतमबुद्ध नगर निवासी चन्द्रशेखर उर्फ बंटी पुत्र सुरेश मंडल भी उनके साथ इस कार्य को अंजाम देता है। पुलिस टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप मिश्राए एसआई नवीन बुधानी देवन्द्र सामंतए कंचन पड़लिया अशोक कांडपाल दीपक जोशी संतोष देवरानी हेड का- अजीत कुमार का- प्र्रेम कनवाल सुरेन्द्र सिंहए देवेन्द्र पांडेय अनिल मनराल शामिल रहे।
अपराध करने का नया तरीका
आज कोतवाली परिसर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसीए एसपी अभय प्रताप सिंह व सीओ वंदना वर्मा ने उक्त गिरोह का खुलासा करते हुए बताया कि उक्तत गिरोह का एक साथी एटीएम में जाकर फर्जी टोल फ्री नंबर एटीएम मशीन के उपर रख देता है उसके पश्चात वहीं आदमी एटीएम स्लॉट में फैवीक्विल लगाकर एटीएम से बाह आज है और जैसे ही कोई कस्मटर एटीएम में रूपये निकालने जाता है तो फैवीक्विल लगा होने के कारण एटीएम स्लॉट में ही चिपक जाता है और एटीएम न निकलने पर उनका दूसरा साथी रूपये निकालने के बहाने एटीएम में जाता है तो कस्टमर से समस्या पूछता है जब कस्टमर उनके साथी को बताता है कि उसका कार्ड एटीएम में फंस गया है तब उनका साथी कस्टमर को फर्जी टोलफ्री नंबर पर कॉल करने को कहता है उनका तीसरा साथी जो फर्जी कस्टमर केयर बना होता है वह कस्टमर को दुबारा एटीएम पिन डायल करने को कहता है जिसे एटीएम में खड़ा उनका आदमी नोट कर लेता है उसके बाद उनका फर्जी कस्टमर केयर आदमी कस्टमर से कहता है कि एटीएम मशीन खराब हो गयी है शाम को हमारा इंजीनियर आयेगा आपको कॉल करने आपका एटीएम आपको मिल जायेगा। कस्टमर के जाने के बाद उक्त गिरोह प्लास की सहायता से एटीएम को निकाल लेते है तथा पेटीएम मशीन में डालकर खाते का बैलेंस चैक करते है यदि खाते में ज्यादा धनराशि है तो उसे स्वैप मशीन के माध्यम से अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते है जिसे बाद में चैक व एटीएम से निकाल लेते हैं। बताया कि कभी यह कस्टमर के एटीएम से ही सुनसान स्थानों पर लगे एटीएम से निकाल देते है। उन्होंने बताया कि अधिकतर वारदातें उक्त गिरोह उन दिनों में करते हैं जब बैंक बंद होते हैं। बताया कि उक्त गिरोह ने कोटद्वारए हापुड़ व नोयड़ा में अपने साथियों के साथ मिलकर उक्त कृत्य कर चुके हैं। गिरोह के सदस्यों पर थाना इन्द्रापुरम गाजियाबाद व थाना कोटद्वार जनपद पौढ़ी गढ़वाल में 420ए 470ए 471ए 411 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज है।