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काशीपुर 18 अक्टूबर 2022
काशीपुर_ कुमाऊं का वो शहर है, जिसे यूपी और उत्तराखंड दोनों राज्यों का मुख्यमंत्रित्व संभालने वाले नारायण दत्त तिवारी की कर्मस्थली माना जाता है। बरिष्ठ कांग्रेस नेत्री डा,दीपिका गुड़िया आत्रेय ने बताया कि काशीपुर ही वो शहर रहा, जिसने एक-दो नहीं, बल्कि चार-चार बार तिवारी जी को विधायक चुना। विधायक और मुख्यमंत्री रहते हुये काशीपुर में शिक्षण संस्थाओं, उद्योगों के विकास के साथ सड़कों का जाल बिछाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही वजह है कि क्षेत्रवासियों ने उन्हें नया नाम ‘विकास पुरुष’ दे दिया। डॉ दीपिका गुड़िया आत्रेय ने बताया कि एनडी तिवारी ने सबसे पहले वर्ष 1967 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वह अपने प्रतिद्वंद्वी पीएसपी पार्टी के रामदत्त जोशी से 1580 वोटों से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने दूसरी बार वर्ष 1969 में मध्यवर्ती चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी पीएसपी पार्टी के रामदत्त जोशी को 17 हजार 500 वोटों से हराया था। इसके बाद तिवारी मुख्यमंत्री सीबी गुप्ता के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने। वहीं वर्ष 1974 में विधानसभा के चुनाव में 24 हजार 808 वोटों से जीतकर विधायक बने। तब वह हेमवती नंदन बहुगुणा के मंत्रिमंडल में कई विभागों के मंत्री बनाए गए थे। इसके बाद जनवरी 1976 में एनडी तिवारी पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने।एनडी तिवारी जी ने काशीपुर से 1985 में आखिरी बार चुनाव लड़ा और विधायक बने थे।
एक वोट से मिला था एमएलए का टिकट 1967 में जब यूपी के मुख्यमंत्री चंद्रभान गुप्ता थे, तब उन्हें मात्र एक वोट से काशीपुर विस सीट से टिकट मिला था। बताते हैं कि काशीपुर विधानसभा सीट के लिए तब नैनीताल जिला कांग्रेस कमेटी के 21 सदस्यों की बैठक हुई थी। उस दौरान कमेटी के अधिकतर सदस्य तिवारी के पक्ष में नहीं थे।
इस पर सीएम गुप्ता ने तिवारी से कहा था, उन्हें एक भी वोट मिल जाएगा तो वह टिकट दे देंगे। बैठक में पिता सत्येंद्र चंद्र गुड़िया मौजूद थे जो एकमात्र सदस्य थे जिन्होंने तिवारी जी के पक्ष में वोट दिया। इसके बाद तिवारी को काशीपुर सीट से पहली बार टिकट मिला था। दीपिका गुड़िया आत्रेय ने बताया कि गुड़िया परिवार का पारिवारिक रिश्ता स्वर्गीय तिवारी जी से रहा है तथा पूर्व में भी, गुड़िया परिवार, ने नगर निगम महापौर श्रीमती ऊषा चौधरी जी को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया था कि काशीपुर क्षेत्र में विकास पुरुष नारायण दत्त तिवारी जी की प्रतिमा का किसी एक स्थान पर स्थापित की जाए क्योंकि काशीपुर क्षेत्र के लिए स्वर्गीय तिवारी जी का योगदान विकास के लिए समर्पित रहा है उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन ।